सीतामढी जिले के नगर थाना क्षेत्र के अस्पताल रोड में अवैध क्लीनिक के जाल में फंस कर फिर एक विवाहिता की जान चली गई।बता दे कि स्थानीय आशा के द्वारा कमीशन के चक्कर में सदर अस्पताल से लेकर निजी क्लिनिकी में लाकर उसी दो हजार फीस वाले चिकित्सक से ऑपरेशन करवा दिया।
परिणाम वही हुआ महज आठ घंटे में मरीज की मौत हो गई। अब सवाल उठता है कि सदर अस्पताल की उपाधीक्षक आशा का प्रवेश वर्जित कर चुकी है फिर आशा के द्वारा निजी क्लीनिक में मरीज कैसे पहुंच जाता है।
क्या उनका खास संबंध है उन आशाओं के साथ। घटना के बाद मृतिका के परिजन सत्या हॉस्पिटल पहुंच कर तोड़ फोर करने लगे। सूचना पर पहुंची नगर थाना पुलिस घटनास्थल पर पहुंच कर आगे की कारवाई में जुट गई है।