एसटी बिहार : बिहार में शराबबंदी होने के बाद कई प्रकार के अन्य नशाओं का सेवन लोगों के द्वारा किया जा रहा है। इसी दौरान सीतामढ़ी जिले के बाजपट्टी थाना क्षेत्र के मुरौल गांव में भारी मात्रा में गांजा बरामद की गई है। जिस घर से गांजा पकड़ी गई है उस घर से गंजा की सप्लाई डीलर के तौर पर की जा रही थी।
करीब 1 क्विंटल 25 किलो गांजा पकड़ी गई है। नेपाल से होते हुए गांजा की इतनी स्टॉक घर में रखना एक अपने आप में बड़ी बात है। बाजपट्टी थानाध्यक्ष सरोज कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने एक घर में छापेमारी की इस दौरान घर के विभिन्न हिस्सों और बॉक्स पलंग के अंदर से भारी मात्रा में गांजा बरामद किया गया है
सभी गांजा को लोकल विक्रेताओं तक पहुंचाने की तैयारी की गई थी। आपको बता दे की अब तक के इतिहास में बाजपट्टी थाना क्षेत्र में इतने बड़े पैमाने पर गांजा की इतनी बड़ी खेप कभी नहीं पकड़ी गई थी।
गांजा का कारोबार चलने से आसपास के दर्जनों गांव इसकी चपेट में है। युवाओं का भविष्य बर्बाद हो रहा है। लेकिन समाज के लोग कैसे इतने दिनों से इस गोरख धंधे को पचा रहे थे। चुकी समाज को बेहतर बनाने के लिए समाज में रहने वाले लोगों की सबसे पहली जिम्मेदारी यह है कि वह अपने कर्तव्यों का पालन करें।
छोटे स्तर पर गांजा का कारोबार चलाने वाले मुरौल गांव के अवधेश कुशवाहा आज इतने बड़े पैमाने पर गांजा का कारोबार कर रहे हैं क्या या किसी को पता नहीं था। वह अपने घर में कई गुप्त सुरंग बनाई हुआ था जहां गांजा को छुपाता था। बरसों से यह काली कमाई कर रहा था पुलिस से लेकर किसी को इस बात की भनक तक नहीं लगी। भला हो उसे व्यक्ति का जिसने पुलिस को सूचना दी ।
आने वाली पीढ़ी को बर्बाद करने के लिए गांजा की यह कि यह मात्रा काफी है। हमारे सूत्रों के मुताबिक उसे गांव में कई और लोग है जो गांजा की कारोबार को चला रहे हैं।
पुलिस ने इस दौरान एक चार पहिया वाहन और दो बाइक को भी जप्त कर लिया है। करीब 2 घंटे तक पुलिस गांजा विक्रेता अवधेश कुशवाहा के घर में छापा मारती रही। और जहां तहा से गांजा मिलने गया।
दंडाधिकारी सह बीडीओ संदीप सौरभ ने बताया कि इस मामले में अग्रतर करवाई की जा रही है