SBT Sitamarhi : बीते कई वर्षों से बंद बिहार के सीतामढ़ी जिला के रीगा प्रखंड स्थित चीनी मिल कि अब जल्द ही शुरुआत हो जाएगी। उम्मीद है कि 1 दिसंबर से रेखा चीनी मिल से आम लोगों को धुआँ देखना शुरू हो जाएगा।
शुक्रवार को जिले में गणेश चतुर्दशी पर्व के साथ ही जिला वासीयो सहित लाखों लोगों को खुशी की सौगात मिली ,उक्त बातें रीगा चीनी मिल परिसर में पूर्व सांसद आनंद मोहन ने कहा।
श्री मोहन ने बताया कि यहां के ज्वलंत मुद्दों में रीगा चीनी मिल को चालू करना सबसे बड़ा मुद्दा था जिसे स्थानीय लोगों, जनप्रतिनिधियों के साथ ईख उत्पादक संघ के अध्यक्ष नागेंद्र प्रसाद सिंह की अहम भूमिका रही।सभी के सहयोग से लोगों का सपना साकार हुआ। लाखों लोगों को चीनी मिल के चालू होने से लाभ मिलेगा ।कुछ लोग क्रेडिट क्रेडिट खेल रहे हैं हम लोग सस्ती लोकप्रियता के खिलाफ है। शिवहर में काम बोलेगा। वही रीगा चीनी मिल के सीएमडी गूरुणेश आर निरानी ने कहा कि यहां से दो हजार किलोमीटर की दूरी पर मैं रहता हूं ।आज गणेश पूजन के पावन अवसर पर एवं प्रभु सियाराम की कृपा से रीगा चीनी मिल चालू करने का सौभाग्य मिला है ।मैं एक किसान परिवार से हूं और आज 12 चीनी मिल सहित कई उद्योग लगाने का सौभाग्य मिला है।
जिसमें 75 हजार वर्कर्स हमारे साथ काम कर रहे हैं । यहां भी पूर्व से बेहतर चीनी मिल का विस्तार होगा और किसानों को एक सप्ताह के अंदर उनके गन्ना मूल्य का भुगतान कर दिया जाएगा। किसानों एवं वर्कर्स का ख्याल रखना मेरी जिम्मेवारी है और मिल को चलाने की जिम्मेदारी किसान की है ।सभी किसान अधिक से अधिक उन्नत प्रभेद के गन्ना लगाए और मिल को सही ढंग से चलाएं ।उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का धन्यवाद देते हुए कहा कि गृह मंत्री जी के द्वारा मुझे बताया गया कि मैडम के क्षेत्र में वर्षों से चीनी मिल बंद पड़ा है जिसे हर हाल में चालू करवाने की जिम्मेदारी आपकी है ।
वही सांसद लवली आनंद ने चीनी मिल के सीएमडी का को बधाई देते हुए कहा कि आप यहां से सिर्फ लाभ ही नहीं लाखों लोगों का आशीर्वाद लेकर जाएंगे लाखों लोगों की दुआएं आपको और आगे बढ़ाएगी स्थानीय विधायक मोतीलाल प्रसाद ने भी सांसद लवली आनंद पूर्व सांसद आनंद मोहन एवं चीनी मिल के मलिक गुरुणेश आर निरानी को मिल चालू करने के लिए आभार प्रकट किया एवं किसी भी तरह की जरूरतपर हरतरह से उपलब्ध रहने का बचन दिया। मौके पर नागेंद्र प्रसाद सिंह मुकेश भूषण सिंह गुणानंद चौधरी लाखनदेव ठाकुर अनूठा लाल पंडित अजय कुमार सिंह बउआ जी नरेंद्र सिंह प्रभुनाथ सिंह अरुण सिंह त्रिपुरारी शर्मा रमन प्रताप सिंह श्याम चंद्र सिंह अमिताभ मनोज सिंह मुखिया राम आशीष राय लालबाबू महतो पप्पू पासवान सहित बड़ी संख्या में किसान व व्यवसायी शामिल थे।